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सरकारी स्कूल में बच्चे लाओ, नहीं तो नोटिस पाओ, तीन साल के दे दिए टारगेट

अलवर. अब सरकारी स्कूलों के सभी हैडमास्टरजी और शिक्षकों को अपने स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए खूब कोशिश करनी होगी सरकार ने आगामी तीन साल के लिए सभी संस्था प्रधानों और शिक्षकों को विद्यालय में नामांकन बढ़ोतरी के लक्ष्य दे दिए हैं।

कम नामांकन वाले स्कूल बंद होंगे
पहले से कम नामांकन वाले स्कूलों को भी बंद करने पर विचार किया जा रहा है। राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद के उपायुक्त डॉ. प्रिया बलराम शर्मा ने यह आदेश जारी कर दिए हैं। इससे सरकारी स्कूलों को मस्ती की नौकरी समझने वाले शिक्षकों को नामांकन बढ़ोतरी के लिए अब प्रयास करने होंगे।
लक्ष्य दे दिया
शिक्षा विभाग ने उत्कृष्ट और साधारण सभी विद्यालयों का नामांकन लक्ष्य अलग- अलग रखा है। चयनित उत्कृष्ट विद्यालयों में आगामी तीन वर्षों के लिए कक्षा 1 से 5 वीं तक का नामांकन तथा कक्षा 6 से 8 वीं तक 105 कुल नामांकन करने का लक्ष्य रखा गया है। जिन विद्यालयों में पहले इस लक्ष्य का पा लिया है तो उन्हें इस लक्ष्य से दूर रखा गया है।
सूचना वेबसाइट पर डाली
जिन राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 100 से अधिक तथा प्राथमिक विद्यालयों में 60 से अधिक नामांकन है उन्हें लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। यह लक्ष्य 10 प्रतिशत नामांकन बढ़ोतरी का होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों के नामांकन के आधार पर उनका लक्ष्य निर्धारित कर सूचना वेबसाइट पर डाल दी है।
सूचना मंगवाई
जिन विद्यालयों में पहले से ही कम नामांकन है, उनकी सूची शिक्षा विभााग ने मंगवाई है जिन्हें अन्य विद्यालयों में मर्ज किया जा सकता है। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र शर्मा का कहना है कि ऐसे कम नामांकन वाले विद्यालयों की सूची निदेशालय को भेज दी है। प्रत्येक विद्यालय वार नामांकन लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
जिन विद्यालयों में कम नामांकन रहा तो उनके संस्था प्रधानों को नोटिस दिए जाएंगे।। संस्था प्रधान अपने अधीनस्थ काम करने वाले शिक्षकों को नोटिस देंगे। शिक्षकों को इसके लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा।

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