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स्कूली कायाकल्प के वास्ते अब शाला सिद्धि

झालावाड़. राजकीय स्कूलों में शाला दर्पण व 'शाला दर्शनयोजना के बाद अब एक नया पोर्टल 'शाला सिद्ध आ गया है। 'शाला सिद्धि पोर्टल के माध्यम से सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया जाएगा। योजना मानव संसाधन विकास मंत्रालय की है।

कक्षा 1 से 12 वीं तक के उत्कृष्ट व आदर्श स्कूलों के संस्था-प्रधानों को पोर्टल पर स्कूल परिसर से लेकर संसाधन सहित सम्पूर्ण जानकारी अपलोड करनी होगी।
तय मानकों के आधार पर मूल्यांकन के बाद स्कूलों का लेवल निर्धारित किया जाएगा। संस्था-प्रधान स्व-मूल्यांकन के आधार पर अपने स्कूल का स्तर निर्धारित कर और उसमें सुधार की योजना बताएंगे। केन्द्रीय स्तर पर अवलोकन के बाद सुधार के वास्ते बजट मिलेगा।जिले में ऐसे 890 स्कूल चयनित किए गए हैं।
जिन प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का नामंाकन क्रमश: 60 और 100 से अधिक होगा वही 'शाला सिद्धि के दायरे में आएंगे। जिले आठों ब्लॉक में संस्था प्रधानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसमें अकलेरा ब्लॉक में 88, बकानी 59, भवानीमंडी 66, डग 99, झालरापाटन 102, खानपुर 68, मनोहथाना 98, सुनेल 106 संस्था-प्रधानों को प्रशिक्षण दिया गया। शेष 206 संस्था प्रधान संभाग स्तर पर लीडरशिप का प्रशिक्षण ले चुके हैं।
पोर्टल पर जानकारी अपलोड करने के बाद रिपोर्ट एसएसए के मार्फत राज्य सरकार को भी जाएगी। इसके बाद मानवसंसाधन मंत्रालय को जाएगी। अवलोकन के बाद वहां से राज्यों को बजट जारी किया जाएगा। राज्यवार स्कूलों में कक्षा कमरों सहित अन्य आवश्कताओं को पूरा किया जाएगा।
यह जानकरी देनी होगी
कितने शिक्षक चाहिए।
विद्यालय परिसर, खेल मैदान सामग्री, कक्षा-कक्ष, विद्युत व उपकरण, पुस्तकालय के लिए अलग से कक्ष है या नहीं।
डिजीटल सामग्री, पुस्तकालयए प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब, पेयजल सुविधा, हाथ धोने की सुविधा, शौचालय आदि की क्या स्थिति।
यह मानव संसाधन मंत्रालय का प्रोजेक्ट है। इसके माध्यम से स्कूलों के संस्था-प्रधानों को भौतिक, शैक्षिक व सहशैक्षिक व सुधार के लिए योजना बतानी है। एक माह में यह सम्पूर्ण जानकारी संस्था-प्रधानों को पोर्टल पर देनी होगी।
रवीन्द्र कुमार शर्मा, जिला समन्वयक सर्वशिक्षा अभियान, झालावाड़

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