Important Posts

Advertisement

हाथों में आए हाथ तो खिल उठे 125 चेहरे

रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के रोटरी क्लब एलीट के डॉ. एएन दुग्गड़ मेमोरियल चिकित्सा प्रकोष्ठ, रोटरी क्लब इन्दौर अप-टाउन और अन्यथा सक्षम राष्ट्रीय आजीविका सेवा केन्द्र जयपुर के साझे में रविवार को कृत्रिम हाथ शिविर फतह स्कूल में लगा। इसमें 125 से ज्यादा लोगों के चेहरे कृत्रिम हाथ लगवाकर खिल उठे।
दोनों हाथ पंजे से ऊपर तक गवां कर दौसा से आए 24 वर्षीय राजबीर सिंह गुर्जर की संघर्षशील कहानी ने सभी को चौंका दिया। क्योंकि राजबीर 2005 में अपने दोनों हाथ 11 वर्ष की उम्र में खिलौने से हुए विस्फोट में गवां चुका था, लेकिन हौंसला नहीं हारा। बिना पंजे के हाथों से ही पेन पर पकड़ बनाई और अगस्त 2016 में आरएएस प्री परीक्षा पास की। राजनीति विज्ञान में एमए गुर्जन ने बताया कि वे इसके अलावा रिट ग्रेड-3 की परीक्षा भी पास कर चुके हैं। गुर्जर अब कृत्रिम हाथ से लिखने का अभ्यास करेंगे, ताकि दूसरे हाथ से दूसरे काम कर सकें। इसमें प्रदेश सहित मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्य के कई गरीब कृत्रिम हाथों की सौगात पाकर खुश नजर आए।

आगेभी जारी रहेगा सेवा का भाव : क्लबअध्यक्ष रवि धाभाई ने कहा कि हादसों में हाथ गंवाने वालों को निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि क्लब आगे भी हाथ लगवाएगा। इस दौरान मेयर चंद्रसिंह कोठारी, यूआईटी चेयरमैन रवींद्र श्रीमाली, रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के प्रांतपाल रमेश चौधरी, पूर्व प्रांतपाल डॉ. यशवंत सिंह कोठारी,क्लब सचिव अक्षय जैन आदि उपस्थित थे।

UPTET news

Recent Posts Widget

Photography