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सैटअप परिवर्तन के बाद शिक्षकों पर लटकी समानीकरण की तलवार

प्रारंभिक शिक्षा के शिक्षकों का सेटअप परिवर्तन कर हजारों शिक्षकों का माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में समायोजन करने की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद शिक्षा विभाग की ओर से अब प्रारंभिक शिक्षा में भी स्टाफिंग पैटर्न लागू करने की कवायद शुरू की जा रही है।
इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत ऐसे शिक्षक, जिनका सेटअप नहीं बदला है, प्रबोधक, शिक्षाकर्मी, पैराटीचर आदि को प्रारंभिक शिक्षा के स्कूलों में लगाया जाएगा।
कार्यवाही को अंतिम रूप देने के लिए गुरुवार शाम 3 बजे उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा भरतपुर की अध्यक्षता में भरतपुर में मंडल के सभी जिलों के डीईओ प्रारंभिक एवं समस्त ब्लॉक शिक्षाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। बैठक में शैक्षणिक स्टाफ के विद्यालय एवं विषय बार पदों का निर्धारण कर तथा शाला दर्शन पोर्टल पर स्टाफिंग पैटर्न प्रपत्र की ब्लॉक लेवल पर बुधवार शाम तक संशोधन एंव सुधार के बाद गुरुवार को 1 बजे बाद उपनिदेशक की लॉग-इन आईडी से नया प्रिंट निकाल कर कमेटी के सदस्यों की ओर से प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया जाएगा। निदेशक प्रारंभिक शिक्षा जगदीश चन्द पुरोहित ने 10 जून को सुबह 10 बजे प्रदेश के उप निदेशकों की बीकानेर में बैठक बुलाई है। बैठक में ब्लॉक एंव जिला बार पदों का निदेशालय के अनुमोदन के बाद विभागीय बेवसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इसके बाद 12 से 18 जून तक समानीकरण की प्रक्रिया सम्पादित की जाएगी। समानीकरण के तहत स्कूलों में शिक्षकों की संख्या सितंबर 2015 के नामांकन के अनुरूप तय की जाएगी। इससे पहले पदों का निर्धारण करने के लिए निर्देशित किया जा चुका है।
बच्चों को मिलेगा फायदा
शिक्षकएंव पंचायती राज कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा के मुताबिक समानीकरण का ज्यादा फायदा नहीं मिल पाएगा। क्योंकि सेटअप परिवर्तन में स्कूल खाली हो चुके हैं। अनेक स्कूल शिक्षक विहिन हो गए हैं। फिर भी समानीकरण होने से छात्र शिक्षक अनुपात दुरुस्त होगा इस से छात्रों को फायदा मिलेगा। जिन स्कूलों में नामांकन से ज्यादा शिक्षक लगें है उनको आवश्यकता वाले स्कूलों में भेजा जायेगा। समानीकरण में छात्र नामांकन के आधार पर स्कूलों में अधिशेष अध्यापकों को उसी ग्राम पंचायत में स्थित विद्यालय में लगाया जाएगा।
ये होंगे समानीकरण के मानदंड
स्टाफिंगपैटर्न के तहत हरेक प्राइमरी स्कूल में 0 से 60 तक के नामांकन पर न्यूनतम दो शिक्षक एवं उप्रावि में एक एचएम 3 शिक्षक उपलब्ध कराए जाएंगे। 150 नामांकन वाले प्राथमिक स्कूलों में पहली बार सैकंड ग्रेड का सामाजिक विज्ञान विषय का प्रधानाध्यापक लगाया जाएगा। इससे कम नामांकन वाले स्कूलों में सीनियर अध्यापक को ही एचएम की जिम्मेदारी दी जाएगी। समानीकरण में 120 से अधिक नामांकन वाले यूपीएस स्कूलों में ही पूर्ण कालिक शारीरिक शिक्षक का पद स्वीकृत किया जाएगा। 105 नामांकन वाले उप्रा स्कूलों में लेवल 2 के तीन अध्यापक लगाए जाएंगे। इससे अधिक नामांकन होने पर 35 पर एक अतिरिक्त शिक्षक लगाया जाएगा। खास बात यह है कि सैकंड ग्रेड वरिष्ठ अध्यापक द्वारा संस्था प्रधान के साथ साथ कक्षा 6 से 8 में शिक्षण कराया जाएगा।

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