सिफारिशों पर हुए थे 363 तबादले
विभागमें 363 शिक्षकों के तबादले गर्वमेंट ऑर्डर यानी विधायकों और जनप्रतिनिधियों की सिफारिशों पर हुए थे। झालावाड़ जिले में ही यह तबादले निरस्त किए गए हैं। कारण भी नहीं बताया गया है। शिक्षकों ने तबादले करवाने में जनप्रतनिधियों के चक्कर लगाए थे। सिफारिशों पर हुए इन तबादलों से शिक्षकों को अपनी मनपसंद जगह मिली थी। अब फिर से इनको पुराने स्थानों पर ही रहना होगा।
भास्कर न्यूज| झालावाड़
जिले से सैकंड ग्रेड के शिक्षकों के हुए तबादलों को उपनिदेशक शिक्षा ने तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया है। इसके चलते शिक्षकों में खलबली मची हुई है। शिक्षकों को फिलहाल अपने मूल स्थानों पर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए बकायदा शिक्षा अधिकारी को पाबंद भी किया गया है। शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों को नए स्थानों पर ज्वाईन नहीं करने के लिए निर्देश दे दिए हैं। अब नया शिक्षा सत्र शुरु हो गया है, लेकिन जिन शिक्षकों के स्थानांतरण निरस्त किए गए हैं उनमें से कई शिक्षक स्कूलों तक नहीं जा रहे हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग अब इन शिक्षकों पर कार्रवाई का मन बना रहा है। गौरतलब है कि जिले में 22जून से 30 जून तक सैकंड ग्रेड शिक्षकों के तबादले हुए थे। इन्हीं को निरस्त किया गया है।
सूचना मिलते ही बढ़ा रहे मेडिकल
शिक्षकोंको तबादले निरस्त की सूचना मिलते ही अधिकतर शिक्षकों ने मेडिकल लेना भी शुरू कर दिया है। कई शिक्षक लंबी छुट्टियाें पर चले गए हैं। गौरतलब है कि जिले के डग, चौमहला, बकानी, मनोहरथाना क्षेत्रों के दूर दराज वाले क्षेत्रों में शिक्षक नहीं जाना चाहता हैं इसी का नतीजा है कि इन क्षेत्रों में शिक्षकों की खासी कमी बनी हुई है और सड़क किनारे, शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या बच्चों के अनुपात में काफी कम है। इसी समस्या को देखते हुए अब शिक्षा विभाग में समानीकरण की कवायद शुरू होने वाली है।इसी समानीकरण को लेकर यह तबादले निरस्त हुए होंगे।
^ जिले में सैकंड ग्रेड के तबादलों के तुरंत प्रभाव से निरस्त करने के आदेश शिक्षा उपनिदेशक से आए हैं। सभी शिक्षकों को नए स्थानों पर ज्वाईन कराने पर रोक लगा दी गई है। सुरेंद्रसिंह गौड़, डीईओ माध्यमिक
विभागमें 363 शिक्षकों के तबादले गर्वमेंट ऑर्डर यानी विधायकों और जनप्रतिनिधियों की सिफारिशों पर हुए थे। झालावाड़ जिले में ही यह तबादले निरस्त किए गए हैं। कारण भी नहीं बताया गया है। शिक्षकों ने तबादले करवाने में जनप्रतनिधियों के चक्कर लगाए थे। सिफारिशों पर हुए इन तबादलों से शिक्षकों को अपनी मनपसंद जगह मिली थी। अब फिर से इनको पुराने स्थानों पर ही रहना होगा।
भास्कर न्यूज| झालावाड़
जिले से सैकंड ग्रेड के शिक्षकों के हुए तबादलों को उपनिदेशक शिक्षा ने तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया है। इसके चलते शिक्षकों में खलबली मची हुई है। शिक्षकों को फिलहाल अपने मूल स्थानों पर ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए बकायदा शिक्षा अधिकारी को पाबंद भी किया गया है। शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों को नए स्थानों पर ज्वाईन नहीं करने के लिए निर्देश दे दिए हैं। अब नया शिक्षा सत्र शुरु हो गया है, लेकिन जिन शिक्षकों के स्थानांतरण निरस्त किए गए हैं उनमें से कई शिक्षक स्कूलों तक नहीं जा रहे हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग अब इन शिक्षकों पर कार्रवाई का मन बना रहा है। गौरतलब है कि जिले में 22जून से 30 जून तक सैकंड ग्रेड शिक्षकों के तबादले हुए थे। इन्हीं को निरस्त किया गया है।
सूचना मिलते ही बढ़ा रहे मेडिकल
शिक्षकोंको तबादले निरस्त की सूचना मिलते ही अधिकतर शिक्षकों ने मेडिकल लेना भी शुरू कर दिया है। कई शिक्षक लंबी छुट्टियाें पर चले गए हैं। गौरतलब है कि जिले के डग, चौमहला, बकानी, मनोहरथाना क्षेत्रों के दूर दराज वाले क्षेत्रों में शिक्षक नहीं जाना चाहता हैं इसी का नतीजा है कि इन क्षेत्रों में शिक्षकों की खासी कमी बनी हुई है और सड़क किनारे, शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या बच्चों के अनुपात में काफी कम है। इसी समस्या को देखते हुए अब शिक्षा विभाग में समानीकरण की कवायद शुरू होने वाली है।इसी समानीकरण को लेकर यह तबादले निरस्त हुए होंगे।
^ जिले में सैकंड ग्रेड के तबादलों के तुरंत प्रभाव से निरस्त करने के आदेश शिक्षा उपनिदेशक से आए हैं। सभी शिक्षकों को नए स्थानों पर ज्वाईन कराने पर रोक लगा दी गई है। सुरेंद्रसिंह गौड़, डीईओ माध्यमिक