जयपुर। प्रदेश में रीट के जरिए होने वाली 35 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों
की भर्ती को लेकर प्रदेश के दस लाख से अधिक बेरोजगार तैयारी में जुटे है।
Rajasthan Adhyapak Patrata Pariksha REET 2017-2018, 11 फरवरी को पूरे
प्रदेश में एक साथ होगी।
REET 2017-2018 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 6 नवम्बर से शुरू हो चुकी है। इसके लिए 30 नवम्बर तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। पात्रता के लिए परीक्षा में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होगा।
रीट परीक्षा के एक खंड में अभ्यर्थियों को किसी एक भाषा का चयन करना होता है। यदि अभ्यर्थी ने प्रथम भाषा के रुप में हिन्दी का चयन किया है तो इसमें एक-एक अंकों के 30 प्रश्न पूछे जाएंगे। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्र्किंग नहीं होगी। 15 अंक व्याकरण व 15 अंक शिक्षण विधि के लिए निर्धारित है।
एक्सपर्ट का कहना है कि अभ्यर्थियों को हिन्दी विषय की तैयारी के लिए राजस्थान बोर्ड की नवीन हिन्दी व्याकरण से तैयारी करनी चाहिए।अभ्यर्थियों को हर टॉपिक को नया मानकर तैयारी करनी चाहिए। पूर्व में आयोजित रीट परीक्षा 2015 के प्रश्न पत्र का भी दोहरान करें व इसके आधार पर तैयारी करें। सैद्धांतिक विषय वस्तु के अध्ययन को अधिक समय दें।
प्रश्न पत्र में अपठित गधांश होंगे। प्रत्येक गधांश पर पांच-पांच प्रश्न होंगे। इन प्रश्नों में संधि, समास, उपसर्ग, प्रत्यय, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, शब्द-वर्गीकरण, लिंग, बचन, काल, पर्यायवाची, विलोम शब्द, एकार्थी शब्दों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए व्याकरण का अध्ययन करना होगा। कक्षा छठी से दसवीं तक संचालित माध्यमिक बोर्ड की पुस्तकों में दिए व्याकरणात्क प्रश्नों के स्वयं के नोट्स तैयार कर अभ्यास करें।
एक प्रश्न वाक्य भेद का, एक पद बंध का, एक प्रश्न लोकोक्ति, मुहावरे से संबंधित होगा। इसलिए वाक्य विचार टॉपिक का गहन अध्ययन करना होगा। शेष प्रश्न शिक्षण विधियों से संबंधित होंगे। शिक्षण विधियों के गहन अध्ययन के लिए बीएसटीसी, बीएड में संचालित हिन्दी भाषा शिक्षण पुस्तक का अध्ययन कर सकते है।
REET 2017-2018 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 6 नवम्बर से शुरू हो चुकी है। इसके लिए 30 नवम्बर तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। पात्रता के लिए परीक्षा में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होगा।
रीट परीक्षा के एक खंड में अभ्यर्थियों को किसी एक भाषा का चयन करना होता है। यदि अभ्यर्थी ने प्रथम भाषा के रुप में हिन्दी का चयन किया है तो इसमें एक-एक अंकों के 30 प्रश्न पूछे जाएंगे। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्र्किंग नहीं होगी। 15 अंक व्याकरण व 15 अंक शिक्षण विधि के लिए निर्धारित है।
एक्सपर्ट का कहना है कि अभ्यर्थियों को हिन्दी विषय की तैयारी के लिए राजस्थान बोर्ड की नवीन हिन्दी व्याकरण से तैयारी करनी चाहिए।अभ्यर्थियों को हर टॉपिक को नया मानकर तैयारी करनी चाहिए। पूर्व में आयोजित रीट परीक्षा 2015 के प्रश्न पत्र का भी दोहरान करें व इसके आधार पर तैयारी करें। सैद्धांतिक विषय वस्तु के अध्ययन को अधिक समय दें।
प्रश्न पत्र में अपठित गधांश होंगे। प्रत्येक गधांश पर पांच-पांच प्रश्न होंगे। इन प्रश्नों में संधि, समास, उपसर्ग, प्रत्यय, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, शब्द-वर्गीकरण, लिंग, बचन, काल, पर्यायवाची, विलोम शब्द, एकार्थी शब्दों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए व्याकरण का अध्ययन करना होगा। कक्षा छठी से दसवीं तक संचालित माध्यमिक बोर्ड की पुस्तकों में दिए व्याकरणात्क प्रश्नों के स्वयं के नोट्स तैयार कर अभ्यास करें।
एक प्रश्न वाक्य भेद का, एक पद बंध का, एक प्रश्न लोकोक्ति, मुहावरे से संबंधित होगा। इसलिए वाक्य विचार टॉपिक का गहन अध्ययन करना होगा। शेष प्रश्न शिक्षण विधियों से संबंधित होंगे। शिक्षण विधियों के गहन अध्ययन के लिए बीएसटीसी, बीएड में संचालित हिन्दी भाषा शिक्षण पुस्तक का अध्ययन कर सकते है।
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