डूंगरपुर | शिक्षकभर्ती 2013 में संशोधित लिस्ट में गड़बड़ी मिलने के बाद
शुक्रवार रात डेढ़ बजे कलेक्टर ने सूचियों को रद्द घोषित कर दिया। पूरे
मामले में शुक्रवार रात को हंगामेदार घटनाक्रम चला। शिक्षक भर्ती 2013 में
जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही के कारण वंचित अभ्यर्थियों को
नियुक्ति नहीं मिल पा रही थी।
पंचायतीराज विभाग जयपुर के आदेश के बाद शुक्रवार को संशोधित लिस्ट निकाल के प्रयास किए थे। शुक्रवार शाम 4 बजे डूंगरपुर पहुंचे। यहां पर कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में एडीएम विनय पाठक, जिला प्रमुख माधवलाल वरहात, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मणिलाल छगण की कमेटी ने लिस्ट तैयार करना शुरू किया। इसमें ढेरों अनियमितता मिली।
समानता मंच के संरक्षक दिग्विजयसिंह ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर सूची में गड़बड़ियां बताई। उन्होंने कहा कि पिछले एक माह से जिला परिषद सीईओ ने 61 पदों के लिए संशोधित सूचियां जारी करने की बात कह रहे थे जबकि शुक्रवार को उन्होंने 13 अतिरिक्त पद का खुलासा किया। ऐसे में ये पद इतने माह से क्यो छुपा कर रखे थे? वहीं शुक्रवार रात को संशोधित लिस्ट में वर्ग वार, जातिवार गड़बड़ी की गई। इसमें विकलांग के 5 पद में 4 पद ही भरे गए। एसटी वर्ग की लिस्ट में चौथे स्थान पर वरीयता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार का नाम ही नहीं था। एससी पद के लिए 14 पद में से सिर्फ 10 की लिस्ट निकाली गई।
^जिला परिषद सीईओ की ओर से लिस्ट में अनियमितता मिली है। इसके लिए संभागीय आयुक्त से बात कर उदयपुर जिला परिषद की टीम से सोमवार को पुन: लिस्ट तैयार की जाएगी। -राजेंद्रभट्ट, कलेक्टर डूंगरपुर
पंचायतीराज विभाग जयपुर के आदेश के बाद शुक्रवार को संशोधित लिस्ट निकाल के प्रयास किए थे। शुक्रवार शाम 4 बजे डूंगरपुर पहुंचे। यहां पर कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में एडीएम विनय पाठक, जिला प्रमुख माधवलाल वरहात, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मणिलाल छगण की कमेटी ने लिस्ट तैयार करना शुरू किया। इसमें ढेरों अनियमितता मिली।
समानता मंच के संरक्षक दिग्विजयसिंह ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर सूची में गड़बड़ियां बताई। उन्होंने कहा कि पिछले एक माह से जिला परिषद सीईओ ने 61 पदों के लिए संशोधित सूचियां जारी करने की बात कह रहे थे जबकि शुक्रवार को उन्होंने 13 अतिरिक्त पद का खुलासा किया। ऐसे में ये पद इतने माह से क्यो छुपा कर रखे थे? वहीं शुक्रवार रात को संशोधित लिस्ट में वर्ग वार, जातिवार गड़बड़ी की गई। इसमें विकलांग के 5 पद में 4 पद ही भरे गए। एसटी वर्ग की लिस्ट में चौथे स्थान पर वरीयता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार का नाम ही नहीं था। एससी पद के लिए 14 पद में से सिर्फ 10 की लिस्ट निकाली गई।
^जिला परिषद सीईओ की ओर से लिस्ट में अनियमितता मिली है। इसके लिए संभागीय आयुक्त से बात कर उदयपुर जिला परिषद की टीम से सोमवार को पुन: लिस्ट तैयार की जाएगी। -राजेंद्रभट्ट, कलेक्टर डूंगरपुर
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